खुफिया सूत्रों ने चेतावनी दी है कि श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू की कोट भलवाल जेल आतंकियों के निशाने पर हो सकती हैं। इन जेलों में कई नामी आतंकी और उनके सहयोगी ओवर ग्राउंड वर्कर्स बंद हैं। अलर्ट मिलते ही सुरक्षा बलों ने इन जेल परिसरों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। इधर, पुंछ जिले के सुरनकोट क्षेत्र में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक साझा अभियान के दौरान आतंकियों का ठिकाना खोज निकाला। बरामदगी में तीन टिफिन बॉक्स और दो लोहे की बाल्टियों में छिपाए गए आईईडी मिले हैं, जिसकी पुष्टि सूत्रों के हवाले से की गई है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हाल में जम्मू जेल में बंद दो ओवर ग्राउंड वर्कर—निसार और मुश्ताक—से पूछताछ की है। दोनों पर पहलगाम आतंकी हमले में भूमिका का संदेह है और वे अप्रैल 2023 से जेल में बंद हैं। ये वही आरोपी हैं जिन्हें जनवरी 2023 में राजौरी हमले के सिलसिले में पकड़ा गया था, जहां दो बच्चों समेत सात नागरिकों की जान गई थी। अगले ही दिन हुए आईईडी धमाके ने हालात और गंभीर बना दिए थे। जांचकर्ताओं को संदेह है कि निसार और मुश्ताक न केवल हमलों से पहले की योजना से अवगत थे, बल्कि उन्होंने आतंकी नेटवर्क को सहायता भी दी। उनसे पूछताछ का उद्देश्य उस व्यापक आतंकी नेटवर्क का खुलासा करना है जो घाटी में सक्रिय है।

सूत्रों के मुताबिक DG CISF ने श्रीनगर पहुंचकर वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात की और मौजूदा हालात की समीक्षा की। बता दें कि वर्ष 2023 में जम्मू-कश्मीर की जेलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी CRPF से हटाकर CISF को सौंपी गई थी। #latestnews #news #indianews #india #trending #breakingnews #currentnews #youtubeshorts #youtube #youtubeshort #samvadh