अगर आप सॉफ्टवेयर डेवलपर हैं, तो आपको यह जानकर हैरानी नहीं होगी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जल्द ही आपकी जगह ले सकता है। हाल ही में मार्क ज़ुकरबर्ग ने कहा कि मेटा की Llama टीम में अगले 12–18 महीनों में ज़्यादातर कोड AI लिखेगा।

उनके अनुसार, AI अब एक अनुभवी प्रोग्रामर की तरह कोड लिखने, टेस्टिंग करने और बग्स पकड़ने में सक्षम है। ज़ुकरबर्ग का मानना है कि जल्द ही यह तकनीक इंसानों से बेहतर कोडिंग कर सकेगी।

गूगल भी इस बदलाव का हिस्सा है — CEO सुंदर पिचाई के मुताबिक, कंपनी की 25% कोडिंग पहले ही AI से हो रही है।